बुधवार, 16 मई 2007

कलात्मक नग्नता और स्पेन्सर ट्यूनिक

ग्नता और अश्लीलता के बीच अंतर की रेखा बारीक़ होती है। कलात्मक सौंदर्य को समर्पित आंखें इस फ़र्क को समझने में ज़रा भी वक़्त नहीं लगाती। दूसरी ओर नैतिकता और मध्ययुगीन मान्यताओं पर भरोसा रखने वाले इन्हें पचा नहीं पाते। इन दिनों नग्नता को कलात्मक नज़रिये से देखने और दिखाने वाले इधर भारतीय समाज में कट्टरपंथियों की आंखों का कांटा बने हुए हैं। इन्हीं दिनों न्यूयॉर्क के मशहूर फ़ोटोग्राफ़र स्पेन्सर ट्यनिक ने मेक्सिको सिटी में नया फ़ोटो सेशन किया है। इस मौक़े पर रिकॉर्ड अठारह हज़ार लोगों ने हिस्सा लिया। पूरी ख़बर यहां अंग्रेज़ी मे पढ़ी जा सकती है।

स्पेन्सर ट्यूनिक की ख़ासियत है कि वे दुनियाभर की मशहूर इमारतों और सड़कों पर बड़े पैमाने पर पूरी तरह नग्न हुए जनसमूह की तस्वीरें खींचते हैं। समन्दर किनारे लहरों के आकार, ऊंचे पुलों पर तनी कमान की शक़्ल में बनी कतारें, ऊंची इमारतों की दीवार तो पिरामिड-सा आकार बनाए सैकड़ों नग्न लोग इस फ़ोटोग्राफ़र स्पेन्सर की कला का अहम हिस्सा हैं।

Tunick claimed his work showed the world the human body was something to be celebrated. “What a moment for the Mexican art scene,” he asid. “I think all eyes are looking south from the United States to Mexico City to see how a country can be free and treat the naked body as art. Not as pornography or as a crime, but with happiness and caring.”


व्वल तो आपको पब्लिक न्यूडिटी का फंडा रास नहीं आएगा। यदि आ जाए तो इस शख़्स की वेबसाइट पर जाकर आप रजिस्टर हो सकते हैं। यहां आपको नाम, ईमेल, शहर, देश, लिंग, उम्र और त्वचा का रंग भी भरना होगा। यदि नंगेपन को पगलाए लोगों की तादाद माकूल हो गई तो भविष्य में स्पेन्सर की टीम आपसे सम्पर्क करेगी। स्पेन्सर अब तक अमेरिका, मेक्सिको, लंदन वगैरह में कई फ़ोटो खींच चुके हैं।

स्पेन्सर ट्यूनिक के काम पर एक नज़र डालें..






१८ से ज़्यादा उम्र वाले यहां और यहां देखें.

कैसे होता है स्पेन्सर ट्यूनिक का वीडियो सेशन - YouTube वीडियों यहां देखें (केवल बालिगों के लिए)

13 टिप्‍पणियां:

Arun Arora ने कहा…

हम तो १४ के है देखेगे तुम से रुक सके तो रोक लो

संजय बेंगाणी ने कहा…

लगता है हिन्दी चिट्ठा जगत बालिग हो रहा है :)

नारदजी अब सेक्स सम्बन्धी चिट्ठो के लिए द्वार खोल दें. :)

Srijan Shilpi ने कहा…

Osho is being understood by photographers and artists but it seems, they would have to wait in India to convince religious and moral fanatics.

बेनामी ने कहा…

अद्बुत दृश्य है। लगे रहो पुजारी जी पुजा में।

बेनामी ने कहा…

Bahut sundar hai!!!

परमजीत सिहँ बाली ने कहा…

अच्छा प्रयास है।बधाई।

Sajeev ने कहा…

नग्नता मन मोहिनी है .... मगर सौंदर्य तो आपकी आँखों मे होना चाहिऐ .... जिस्म के रंग से इसका कुछ लेने देना नही

पंकज बेंगाणी ने कहा…

vah pujari vah!!

कोई इंग्लीश मेम लाओ यार अब..

मेरी पसन्द:

जेसिका एल्बा, स्कार्लेट जॉनसन... ऐसा कुछ लाओ यार अब..

Divine India ने कहा…

नग्नता और कलात्मकता में बारीक अंतर होता जरुर है मगर यह कौन बताए की नग्नता क्या है और कलात्मकता…नजरिया बताना आज बहुत मुश्किल है इस जटिल समाज में बहुत मुश्किल…।

बेनामी ने कहा…

पुजारी जी, बाक़ी तो ठीक है किंतु लेख के अंत में अटैच यूट्यूब का वीडियो आपत्तिजनक हो सकता है. कृपया उसे हटा लें अथवा चेतावनी के साथ लिंक दें.

अनूप शुक्ल ने कहा…

ये चित्र बहुत पहले सुनील दीपक के चिट्ठे पर देखे तभी ट्यूनिक से परिचय हुआ था। :)

Pramendra Pratap Singh ने कहा…

यानी विदेशी नागा बाबा

बेनामी ने कहा…

अद्भुत